आज के इस आर्टिकल में हम आपको एशिया महादेश का सबसे स्वच्छ वँ सुंदर गांव के बारे में विस्तार से जानते हैं. वैसे तो वर्तमान समय में हमारे देश भारत बीते 50 -100 सालों से गाँव को कहि कहि न कम कर दिखाया गया और आज भी कुछ लोग हैं. जो गांव औऱ गांव के लोगो को नीच ,गवाड़, देहाती तथा गन्दे लोग के नजर में देखते हैं और बोलते भी। परन्तु ऐसा बात नही है, जो काम गांव ने कर दिखाया है वह काम शहर के लोगो नही ।पर ऐसा नही है, आज हम दुनिया के Cleanest Village के विषय में जानकारी देने जा रहा हूँ जो भारत के मेघालय में Mawlynnong Village मावल्यान्नांग गांव के नाम से जाना जाता हैं।
जी हां ,आश्चर्य मत होइए, यह बिल्कुल सही है, वैसे हमारे देश के लोगो के मन मस्तिष्क में यह बात बैठी हुई हैं कि गांव के लोग खेती,पशुपालन करते हैं,औऱ छोटे छोटे कंचे पक्के मकानों में रहते हैं. तथा शिक्षित नही होते। परन्तु आज हम सम्पूर्ण एशिया महादेश का सबसे स्वच्छ गांव मावल्यान्नांग (Mawlynnong) के विषय में जानेंगे औऱ सीखेंगे भी-
मावल्यान्नांग गांव,मेघालय भारत (Mawlynnong Village,Cleanest Village Of Yeshiya)
Cleanest Village of world:- मावल्यान्नांग गांव मेघालय कि राजधानी शिलॉन्ग में स्थित हैं। यह गांव शिलॉन्ग की राजधानी से 95 km की दूरी पर है। यह गांव प्राकृतिक रूप से परिपूर्ण है। जहां पर ेेशर भगवान का दिया हुआ खूबसूरत पहाड़ पर्वत ,झील, वन ,झरना औऱ वन हैं। मावल्यान्नांग को आप जब नजदीकी से देखेंगे तो आपको अमेरिका ब्रिटेन जैसे देशों की अनुभूति होगी।
इस गांव के लोगों ने मिलकर इस गांव को किसी स्वर्ग के सम्मान बना दिया है यहां प्लास्टिक को पूरी तरह बैन लगा दिया गया है। इस गांव की सड़क को देखकर ऐसा लगता जैसे घर का आंगन हो। यह गांव पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त गांव हैं, जिस कारण यहां के पेड़ पौधों पर हरियाली बनी रहती हैं, यह का मौसम भी बेहद ही लुभावने लगते है, समय पर बारिश का होना इस गांव के लोगों को खेती में सहायक होते है।
मावल्यान्नांग गांव Mawlynnong Village एशिया के सबसे स्वच्छ गांव का दर्ज प्राप्त है। यह खूबसूरत गांव मेघालय के उत्तर-पूर्वी के घने जंगलों के बीचों बीच स्थित हैं। यहां की तस्वीरे देखकर अपने मन को घर बैठे परप्फुलित कर देगा। अगर आप कभी भी मेघालय की यात्रा करें तो यहां एक बार अवश्य जाएं।
मावल्यान्नांग की यात्रा आपको इतना ज्यादा आकर्षित करेगा कि आप सदैव के लिए बस जाने की इच्छा होती हैं. यहां की खूबसूरत बांस से बनी हुई मकान ,पार्क रंग- बिरंगे हरे भरे पेड़ ,घास लंबे लंबे बांस ,नारियल की पौधे घास की छोटी छोटी आवास इत्यादी की खूबसूरती को देखकर आप चकित रह जाएंगे। ‘मावल्यान्नॉंग’ गांव को ईश्वर का अपना बगीचा’ भी (God’s Own Garden) भी कहा जाता हैं।
एशिया के स्वच्छ गांव मावल्यान्नांग गांव की विशेषता Specialties of the cleanest village of Asia Mawlyannang village
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यहां देखने के लिए जलप्रपात, लिविंग रूट ब्रिज,बैलेंसिंग रॉक्स, झरने, वन ,पेड़ों की जड़ों से बनी ब्रिज, पहादी नदियां ,ट्री हाउस , टी स्टॉल आदि भी है इनसब के आलवा भी यहां शिलांग को देखने के लिए खूबसूरत मचान बनी हुई हैं, जिसकी ऊंचाई 80 मित्र है। जहां से आप यहां खूबसूरत प्राक्रतिक नजारे को देख सकते है। ऐसा मचान दुनिया में सिर्फ मेघालय के में ही पाए जाते हैं।
मावल्यान्नांग गांव भारत-बांग्लादेश की बॉर्डर पर बसा हुआ एक अत्यंत ही छोटा सा गांव है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इस खूबसूरत गांव में केवल 82 परिवार ही रहते है । इस गांव के हर उम्र के लोग पूरी तरह से 100 फीसदी शिक्षित है। यहां के लोग मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। यहां के लोग मुख्यतः सुपारी की खेती करते हैं।
मावल्यान्नांग गांव में खासी जनजाति के कबीला निवास करते है। इस गांव को स्वच्छ रखने के लिए यहां की महिलाएं खासकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देती हैं । औऱ हर उन महिलाओं को इस साफ सफाई के लिए हर 200 रुपये हर रोज दिए जाते हैं, इस गांव की स्वच्छता ऐसा चमकता हैं मानो आप किसी स्वर्ग में आये हैं। इस गांव के प्रत्येक घर के बाहर बगीचा है,जिसमें रंग बिरंग की पेड़ पौधे ,फूल आदि मौजूद हैं।
एशिया के सबसे साफ नदी मावल्यान्नांग गांव में ही
आपको यह बताते हुए अच्छा लग रहा है कि इसी गांव से होकर एशिया की सबसे साफ नदी बहती हैं. जिसे पूरे विश्व में सबसे साफ नदियों के लिस्ट में रखा गया है.यह नदी इतना ज्यादा साफ है कि जब आप इस नदी में नाव पर सवारी करेंगे तो आपको एक पल के लिए ऐसा महसूस होगा कि आपकी नाव किसी शीशे पर तैर रही हैं. इस नदी का जल शीशे की तरह साफ-साफ झलकता है.दरअसल हम बात कर रहे हैं. उमनगोत नदी (Umngot River) का।यह नदी डौकी नदी (Dawki River) के नाम से मशहूर हैं.इसके विषय में पूरी यहां जाने- औऱ भी पढ़ें;-ये हैं देश की सबसे साफ नदी ,जहा बोट शीशे पर तैरती जैसी दिखती हैं…
भारत का सबसे स्वच्छ गांव कहा है। Cleanest Village Of India kaha hai
मावल्यान्नांग गांव को देखने औऱ अपना कीमती समय देने के लिए दुनिया भर से बड़े बड़े राजनेता, बिजनेस मैन, फिल्मी कलाकार और आमलोग भो आत हैं। वर्ष 2003 में इस गांव को एशिया का सबसे स्वच्छ गांव घोषित किया गया था और भारत ने इस गांव को वर्ष 2005 में देश का सबसे सुंदर वं स्वच्छ गांव घोषित किया था.
मावल्यान्नांग गांव कहा स्थित हैं,औऱ वहां कैसे पहुंचे।Mawlynnong Village kaha hai
मावल्यान्नांग गांव मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग से 90 km दूर तथा चेरापूंजी से 95 किमी दूर स्थित हैं की है।मावल्यान्नांग पहुचने के लिए आप देश किसी जगह से यहां के सबसे नजदीकी हवाई अड्डे शिलॉन्ग हवाई अड्डे पहुंच कर गाड़ी से आसानी से पहुंच सकते है। इसके अलावा आप सड़क मार्ग के द्वारा भी पहुंच सकते है।
मावल्यान्नांग (Mawlynnong) में कहा रुके।
मावल्यान्नांग गांव में रुकने का भी बेहतर प्राकृतिक रूप से बनी हुई टी हाउस उपलब्ध हैं। जहां आप उसका किराया देकर वहां रुक सकते है।जिसके लिए आपको गांव के मुखिया के द्वारा अडवांस बुकिंग कराने होंगे।
गांव से क्या सीखे।Cleanest Village Of India se kya sikhe.
मावल्यान्नांग गांव Mawlynnong Village में सबसे बडी यही सिख देती हैं कि हमारे बीच एक समन्वय स्थापित होनी चाहिए। प्रेम एकता औऱ कुछ कर बकिठने की जिद्द होनी चाहिए। आपस मे हम एक दूसरे की छोटे छोटे मद्त से ही हम अपने आस पास के जीवन को सुलभ स्वच्छ बना सकते है।अतः हम आशा करते हैं कि आप जभी कभी इस स्वच्छ सुंदर गांव जाए तो वहां से अवश्य कुछ सीखे औऱ अपने आसपास के जीवन औऱ वातावरण को स्वच्छ वं सुंदर बनाये।
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Conclusion:- भारत के सबसे स्वच्छ वँ सुंदर गांव मावल्यान्नांग गांव पर्यटन स्थल की जानकारी आपको कैसा लगा, क्या यह Cleanest Village Of India Mawlynnong Village का जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।
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