Bada Bagh Jaisalmer:- बड़ा बाग राजस्थान पर्यटन का एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक स्थल है. जिसे आप हिन्दू राजाओं का पूर्व का कब्रिस्तान यानी शमशान घाट भी कह सकते हैं. वैसे तो आप राजस्थान को थार मरुस्थल, ब्लू सिटी, गुलाबी नगरी, ऐतिहासिक किले, दुर्ग,भव्य महल, अरावली पर्वतमाला वँ पहाड़ तथा राष्ट्रीय उद्यान लिये जाना जाता रहा है .परन्तु आज हम आपको इस लेख में राजस्थान के ही मरुस्थल में बनी समाधि स्थल के विषय में बताऊंगा।
यह समाधि स्थल किसी राजनेता-नेता के नही है. बल्कि असली राजपूत यौद्धाओ के हैं, जिन्होंने अपनी प्राण अपने मातृभूमि को समर्पित कर दिया। यहां बने हुये स्मृति चिन्ह को छतरियां कहते है, जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं, यहां हर साल विदेशी सैलानियों का भारी संख्या में जमावड़ा लगा रहता है तो चलिए आज हम सब भी जानते है और घूमने का योजना बनाते है।
बड़ा बाग, जैसलमेर का इतिहास ( Bada Bagh Jaisalmer history in hindi)
बड़ा बाग का निर्माण सबसे पहले वर्ष 1600 में राजा महारावल जैत सिंह ने शुरुआत किये थे.तब उस वक्त जय सिंह जी ने यहाँ बांध बनवाकर तलाब बनवाया था. जिससे अगल बगल में ढेर सारी हरियाली आ गयी और पेड़ पौधे झाकियां हो गई. जिसके बाद राजा जय सिंहजी ने यहाँ पर यहाँ पर एक बाग बनवाने का निर्णय लिया। परन्तु यह पूर्ण होने से पूर्व ही राजा जैत सिंह के मृत्यु हो गयी।
जिसके बाद उनके पुत्र लूनाकरण ने इस बाग के निर्माण कार्य को पूरा किया।और वहां अपने पिता के स्मृति चिन्ह के रूप में एक समाधि स्थल का निर्माण करवाया. जिसे राजस्थान में छतरी के नाम से जाना जाता हैं,तभी से यहां स्थित बड़ा बाग में भाटी शासकों के श्रद्धांजलि देने के लिए छतरियां का निर्माण करवाया जाता हैं। यहां पर आखिरी छतरी का निर्माण में जवाहर सिंह, गिरधर सिंह , रघुनाथ सिंह औऱ पृथ्वी राज सिंह हैं, इनमें गिरधर सिंह का छतरी अब तक पूर्ण नही हुआ है।
बड़ा बाग, जैसलमेर की विशेषता :
Bada Bag architecture:- बड़ा बाग का निर्माण ऐसे पत्थर से किया गया है कि ये बने बड़ा बाग में सभी छतरियों पर जब सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय जैसे ही सूरज की रोशनी पड़ती है तो यह अत्यंत ही सुंदर नज़ारा पेश होता है जो देखने लायक होता है।ऐसा मालूम पड़ता है कि यह सभी छतरियां सोने की बनी हुई है इन छतरियों को राजस्थान की प्रमुख छतरियां भी कहते है।
बड़ा बाग राजस्थान का कोई किला या महल नही हैं. बल्कि यह राजस्थान की जैसलमेर जिले के मरुस्थल में स्थित भाटी राजवंशों का स्मृति स्मारक हैं . जिसे विदेशी सैलानी Royal Cenotaphs, Bada Bagh कहते हैं .
यह सभी स्मारक राजे-राजवाड़े के स्मृति चिन्ह में बनाई छतरियों के लिए प्रसिद्ध है .यहां पर स्थित सभी छतरियों जैसलमेर के भाटी राजवंश के राजाओं की समाधि स्थल है.
इनमें सबसे पुराना समाधि स्थल जैसलमेर के महाराजा महारावल जैत सिंह की है. यहां पर आखिरी- बार रावल जवाहर सिंह द्वारा छतरी बनवाई गई थी. यह छतरी देश की आजादी के बाद बनी एक अंतिम छतरी हैं जो आज तक अधूरी है .क्योंकि रावल जवाहर सिंह की उसी दौरान मृत्यु हो गई थी।
बड़ा बाग लोद्रवा के मंदिर औऱ जैसलमेर के बीचो बीच पड़ता है. यह स्थान पूरी दुनिया में नए दम्पति जोड़ियों के तथा विदेशी सैलानियों के तस्वीरे खिंचवाने के लिए भारत समेत विदेशों में भी प्रसिद्ध हैं।
World's Longest Atal Tunnel दुनिया के सबसे लंबी हाइवे अटल टनल सुरंग की जानकारी:-
बड़ा बाग़ की यात्रा के लिए टिप्स – Tips For Travel To Bada Bagh In Hindi
यदि आप बड़ा बाग जाने वाले हैं तो आपको हमारी यह टिप्स ध्यान से पढ़ लेना चाहिए ताकि आपको वहां कोई परेशानी नहीं हो।
बड़ा बाग़ राजस्थान के जैसलमेर जिले में पड़ता हैं और यह स्थान उस रेगिस्तान के बीच में पड़ता ह जहां दोपहर में काफी ज्यादा गर्मी पड़ती हैं
बड़ा बाग़ सूती कपड़ा पहन कर जाए ताकि गर्मी कम लगे।
वहां जाते समय पानी,रुमाल,गमछा, छाता, टोपी,धूप चश्मा, औऱ सनस्क्रीन अपने साथ जरूर लेकर जाए।
गार्डन बड़ा बाग कहा स्थित हैं where is Bada Bag.
बड़ा बाग राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित है, जिसकी दूरी जैसलमेर शहर से मात्र 6.3 किमी. की दूरी पर स्थित है।
बड़ा बाग में घूमने योग्य अन्य स्थान
राजस्थान के इस सुंदर रेगिस्तान में आप बड़ा बाग में बनी शाही छतरियों के अलावा भी आप यहां ख़ूबसुन्दर बगीचा, पवन चक्की का समूह ,पानी टंकी, जैतसर बांध, खाबा किला,कुलधारा, अमर सागर झील, औऱ जैन मंदिर आदि देख सकते हैं,बड़ा बाग के बगल में एक गोवर्धन स्तंभ है, जिस पर पानी की टंकी एवं बांध का नाम खुदा हुआ है।
यहां पर मौजूद बगीचा अब पहले जैसा तो नही रहा, परन्तु वहां हरे भरे पेड़ों का झुंड अवश्य है .जो रेगिस्तान के भूमि को अतिसुन्दर बनातीं हैं. यहां बगल में ही कुछ ही दूरी पर लोद्रवा के मंदिर हैं .यह मंदिर बड़ा बाग रास्ते में ही पड़ता हैं .बड़ा बाग के बगल मे पवन चक्कि हैं जो शाम को सूरज अस्त के समय नाचता हुआ पवन चक्की देखने में बेहद ही खूबसूरत लगता है.यह पवन चक्कियों का खुले रेगिस्तान में होने के वज़ह से दूर से ही दिखता हैं, इस से बिजली का निर्माण किया जाता हैं।
बड़ा बाग़ जैसलमेर में क्या क्या कर सकते है – Things To Do In Bada Bagh In Hindi
बड़ा बाग में आप अपने दोस्तो के साथ शाही राजपुताना स्टाइल में फ़ोटो खिंच सकते हैं
बड़ा बाग़ में बने हुय जटिल नक्काशी वँ सुंदर वास्तुकला का अद्भुद दृश्य को देखें सकते हैं
यहाँ आप एक सुनहरी चमक में क्षेत्र को घेरता में घेरता हुआ शानदार सूर्यास्त देख सकते हैं।
बड़ा बाग़ में आप जैत सर टैंक और प्राचीन जैत बांध भी देख सकते है।
बड़ा बाग का निर्माण किसने करवाया था When was Bada Bagh built.
बड़ा बाग का निर्माण सबसे पहले वर्ष 1600 में राजा महारावल जैत सिंह ने शुरुआत किये थे.लेकिन यह प्रकिया उन्हीं के वश के कई अन्य राजाओं ने जारी रखा।
जिसमें राजा जय सिंहजी, लूनाकरण सिंह, जवाहर सिंह, गिरधर सिंह , रघुनाथ सिंह औऱ पृथ्वी राज सिंह हैं, इनमें गिरधर सिंह का छतरी अब तक पूर्ण नही हुआ है।
कैसे पहुंचे बड़ा बाग जैसलमेर- how to reach bada bagh in hindi
बड़ा बाग आप हवाई मार्ग ,रेलवे मार्ग या सड़क मार्ग द्वारा आ सकते हैं. बड़ा बाग रामगढ़ रास्ते में जैसलमेर जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर स्थित हैं। जहां से आप छोटे गाड़ी,टैक्सी से जा सकते हैं.
बड़ा बाग़ घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Bada Bagh In Hindi
Bada Bag timings: बड़ा बाग़ जैसलमेर में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर, अक्टूबर माह से लेकर मार्च, अप्रैल माना जाता है. यह स्थान सैलानियों के लिए सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। यह स्थान फोटोशूट के लिए भी बेहद खूब सूरत स्थान है, खासकर शाम या सुबह को सूरज उगते या ढलते समय में।फोटोशूट करने के लिए आपको अलग से पैसे देने होंगे।
सुभाष चंद्र बोस Subhash Chandra Bose Love story, टायपिस्ट से हुआ था प्रेम जानिए कौन है उनकी बेटी
हमारे वेबसाइट पर आने के लिए आपका धन्यवाद!
☝️👇
Conclusion:- आज का यह लेख भाटी राजवंश द्वारा अपने पूर्वजों के याद में बनाया गया एक स्मृति चिन्ह बड़ा बाग जैसलमेर का यह जानकारी आपको कैसा लगा। क्या यह Bada Bagh, Jaisalmer यह जानकारी आपके लिए पर्याप्त है. और अगर है तो आप हमें अपने विचार कमेंट कर बताएं। हम आपके हर एक प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार है।
भारत का पहला स्काईवॉक ग्लास ब्रिज glass bridge जहां चीन अमेरिका जैसी होती हैं महसूस ,पूरी जानकारी...
Dudhsagar Falls: मॉनसून में चार चांद लगाने वाले दूधसागर जलप्रपात के बारे में जाने पूरी जानकारी-
नई जानकारियों से परिचय, आपका आभार🙏🙏
जवाब देंहटाएंधन्यधान😊
जवाब देंहटाएं